Ab to nikal jao

अब तो नफ़रतों के असर से निकल जाओ,

कहीं न पहुँचोगे, इस सफ़र से निकल जाओ..!!!



" बहुत भागते - भागते समझ आया

 कि अकेलापन भी एक मंजिल है ".......!!