आज मेरा दिल खुश हुआ ,
मेरा दोस्त किसी ओर का हुआ ।
सियासत की तरह है मोहब्बत का मिजाज ,
हुकूमत जिसे भी सौपी उसी ने लूटा है ।
अच्छी खासी मस्त थी मेरी जिंदगी तो,,
ये क्या तुमने इश्क़ करना सिखा दिया।
_चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाए बैठे है_
_बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे हैं_
.ग़रीबी की क्या ख़ूब हँसी उड़ाई जाती है
एक रोटी देकर सौ तस्वीर खिंचाई जाती है
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