Tere pyar ka sila

 

 

वक्त के साथ सब बदल जाते हैं,
कुछ रिश्ते, कुछ वादे और कुछ अपने।

 

  वक्त की यारी तो हर कोई करता है,
मज़ा तो तब है जब वक्त बदल जाए और यार न बदले।

 

कभी वक्त के साथ चलो, कभी वक्त से आगे निकलो,
क्योंकि वक्त कभी किसी का नहीं होता।

 

 

 वक्त ने बता दिया कि हर रिश्ता सच्चा नहीं होता,
कुछ चेहरे मुस्कराते हैं सिर्फ ज़रूरत के लिए।

 

जो वक्त के साथ नहीं बदलते,
वो या तो टूट जाते हैं या फिर भुला दिए जाते हैं।

 

वक्त ने तो वही किया जो उसे करना था,
हम ही बेवजह लोगों से वफा की उम्मीद लगाए बैठे थे।

 

कभी वक्त था जब हम भी खास थे,
फिर वक्त ही बदल गया और हम आम बन गए।

 

कहते हैं वक्त सब सिखा देता है,
पर अफ़सोस ये सबक़ बहुत देर से समझ में आता है। 

  

Tere pyaar ka sila har haalmein denge,
Khuda bhi maange ye dil toh nikaal denge,
Agar dil ne kaha tum bewafa ho,
Toh is dil ko bhi seene se nikaal denge!!

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