हसरतें आज भी ख़त लिखती हैं मुझे... मगर अब मैं पुराने पत्ते पर नहीं रहता....!!
Read moreअब तो नफ़रतों के असर से निकल जाओ, कहीं न पहुँचोगे, इस सफ़र से निकल जाओ..!!! " बहु…
Read moreवो कहकर चल दिये इतनी मुलाकात बहुत है , हमने कहा रुक जाओ अभी रात बहुत है थम जाए मेरे …
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